KK Pathak New Order : दिन प्रतिदिन बिहार में शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक के तरफ से नए-नए आदेश जारी किए जाते हैं। आपको बता दे कि अब एक नया आदेश जारी कर दिया गया है। जिससे कि बिहार के शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है। इसके अलावा जिलों में जितने भी शिक्षा विभाग के अधिकारी हैं और कमी है उनको परेशानी बढ़ गया है। आईए जानते हैं पूरी रिपोर्ट्स विस्तार से।
KK Pathak New Order
अपर मुख्य सचिव KK Pathak ने अपने नए आदेश से सभी जिलों में निजी विद्यालय की सरकारी विद्यालयों की तर्ज पर नियमित जांच करने का आदेश जारी कर दिया है। और इसकी जिम्मेदारी राज्य के सभी डीईओ (DEO) को दिया गया है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के तरफ से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अब सरकारी स्कूलों की तरह प्राइवेट स्कूलों के भी नियमित जांच होगा।
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सरकारी स्कूलों की तर्ज पर प्राइवेट स्कूलों की होगी जांच
इसके अलावा उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों के तर्ज पर प्राइवेट स्कूलों की जांच होगी और छात्रों की संख्या से लेकर उनकी उपस्थिति तक जांच किया जाएगा। यह जांच पदाधिकारी के द्वारा किया जाएगा।
आपको बता दे की दिन भर में जहां सरकारी स्कूलों में दो बार जांच होते हैं वहीं निजी विद्यालयों में दिन भर में एक बार जांच होगा। इसके साथ ही विद्यालय के रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य उपलब्ध बेसिक सुविधा की भी जांच होगा। इसके साथ ही स्कूल के भूमि और विद्यालय प्रबंधन की भी जांच किया जाएगा।
जानकारी यह भी है कि के पाठक ने अपने विभागीय आदेश में कुल 22 बिंदुओं के आधार पर जिले भर में सभी निजी स्कूलों की रोजाना जांच करने के लिए कहा है। इसको लेकर एक प्रारूप भी जारी कर दिया गया है। इसमें आरटीई सहित अन्य बिंदु भी शामिल है। आपको पता होना चाहिए कि शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत हर साल निजी स्कूलों में प्रारंभिक कक्षा में लगभग 25 प्रतिशत स्टूडेंट का निशुल्क नामांकन होना चाहिए। इधर जांच की बात सुनकर सभी प्राइवेट स्कूल के संचालक और शिक्षक डरे हुए हैं।
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